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Trust & Safety

सोशल इंजीनियरिंग धोखाधड़ी से बचें

PhonePe Regional|2 min read|10 May, 2021

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सोशल मीडिया ने ग्राहक सेवा को आपके एक कदम और करीब लाने का काम किया है। आपको जब भी किसी समस्या का समाधान चाहिए होता है आप आसानी से लॉग इन कर सकते हैं और सीधे ग्राहक सेवा प्रतिनिधि से संपर्क कर सकते हैं।

कभी कभी ऐसे संपर्क के दौरान सुरक्षित तरीकों की बजाय आप अपनी व्यक्तिगत जानकारी सोशल मीडिया फोरम पर शेयर कर देते हैं। इन जानकारियों का धोखेबाजों द्वारा आसानी से गलत प्रयोग किया जा सकता है।

आवश्यक रिमाइंडर- PhonePe आपसे कभी भी आपकी गोपनीय या निजी जानकारी नहीं पूछता है। PhonePe से होने का दावा करने वाले सभी मेल्स अगर phonepe.com डोमेन से नहीं को उन्हें नजरअंदाज करें । अगर आपको फ्रॉड का संदेह होता तो तुरंत अपने बैंक से संपर्क करें।

सोशल इंजीनियरिंग क्या है?

धोखेबाज जब चालबाजी से आपकी निजी जानकारी इस्तेमाल करने का प्रयास करते हैं तो इसे सोशल इंजीनियरिंग कहा जाता है। धोखेबाज अक्सर किसी मामले में आपकी मदद करने के बहाने से आपका विश्वास जीतने की कोशिश करते हैं। लेकिन वास्तविकता में उनका उद्देश्य आपकी निजी जानकारी से माध्यम से आपके पैसों तक पहुंचना होता है।

सोशल इंजीनियरिंग कैसे काम करती है?

  1. धोखेबाज आपके बैंक के ग्राहक सेवा प्रतिनिधि होने का दावा करते हुए आपको कॉल करते हैं। आपके द्वारा सोशल मीडिया पर शेयर की गयी आपकी निजी जानकारी आपको बताकर आपका विश्वास जीतने की कोशिश करते हैं और आपसे डेबिट कार्ड की जानकारी शेयर करने के लिए बोलते हैं।
  2. लेनदेन पूरा करने और आपके डेबिट कार्ड के माध्यम से अपना वॉलेट टॉप-अप करने के लिए धोखेबाज आपसे OTP पूछते हैं।
  3. एक बार लेनदेन पूरा होने पर धोखेबाज पैसों को अपने वॉलेट से अपने बैंक खाते में निकाल लेते हैं।

कृपया ध्यान रखें: असली ग्राहक सेवा अधिकारी कभी भी आपसे आपके क्रेडिट/डेबिट कार्ड की पूरी जानकारी या OTP नहीं पूछते हैं। ग्राहक सेवा अधिकारी हमेशा आपको प्रमाणित लैंडलाइन नंबर से संपर्क करते हैं न कि किसी मोबाइल नंबर से। साथ ही आधिकारिक डोमेन से न भेजे जाने वाले मेल्स को भी नजरंदाज किया जाना चाहिए।

इस प्रकार आप सुरक्षित रह सकते हैं:

  • SMS या अन्य चैनल के माध्यम से प्राप्त OTP, पिन नंबर या अन्य किसी कोड को कभी भी किसी के साथ शेयर न करें।
  • कभी भी किसी पब्लिक प्लेटफ़ॉर्म जैसे सोशल मीडिया आदि पर अपना खाता नंबर या क्रेडिट और डेबिट कार्ड जानकारी शेयर न करें।
  • कभी किसी अनजान नंबर, जो किसी बैंक से होने का दावा करते हैं से कॉल प्राप्त होने पर उनसे बातचीत न करें और तुरंत कॉल काट दें।
  • ईमेल भेजने वाले के डोमेन की जांच कर ले। यदि यह [XYZ]@gmail.com या कोई दूसरा ईमेल प्रोवाइडर डोमेन है तो मेल को नजरंदाज करें। यह सुनिश्चित कर लें कि ईमेल डोमेन बैंक के वास्तविक डोमेन से मेल खाता है या नहीं। बैंकों के सभी ईमेल एक सुरक्षित http डोमेन से होते हैं।

सुरक्षित लेनदेन के लिए वीडियो देखें : https://youtu.be/rHZ57O9X8kk

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